18-11-2021
विश्व की प्राचीन और सरल भाषाओं की सूची में हिंदी को अग्रिम स्थान मिला हैं। हिंदी भारत की मूल है। यह भाषा हमारी संस्कृति और संस्कारों की पहचान है। हिंदी भाषा पर अपनी पकड़ मजबूत बनाने के लिए मात्राओं का ज्ञान होना बहुत ही आवश्यक है I मात्रा स्वर का ही एक रूप होता है, जो वर्णों में स्वर का ही प्रतिनिधित्व करता है| मात्रा सीखना पूरी तरह से सही और नियमित अभ्यास का मामला है। लगातार उसके अभ्यास और दोहरान का मौका बच्चों को मिले इस कारन एक गतिविधि रखी गयी जिसमे विद्यार्थियों ने कुछ शब्दों को पहेलियों के रूप में प्रस्तुत किया I किसी ने शद्ब पढ़कर बताये, और कुछ ने लिखकर कक्षा में प्रस्तुत किये । किसी वर्ण के साथ मात्रा लगने पर उसकी आवाज़ में बदलाव होता है, इस बात का विद्यार्थियों को स्मरण कराया गया इससे बच्चों की मात्राओं पर पकड़ मज़बूत होती दिखी । गतिविधि ने मात्राओं के अभ्यास को और रुचिकर बनाया। गतिविधि करते समय उनका उत्साह सराहनीय था।