24-10-2019
वर्णमाला को दो भागों में बांटा गया है वस्तुत: स्वर और व्यंजन| इन दोनों को एक साथ जोड़कर वर्णमाला बनती है पर प्राय: इन दोनों के बिना शब्द रचना असंभव है इसलिए प्रीसिडियम कक्षा प्रेप के साथ ‘मात्राओं का अभ्यास’ गतिविधि करवाई गई | जिसमे बच्चो ने व्यंजन एवं स्वरों के मेल से शब्द बनाने का अभ्यास किया | इस अवधारणा के अंतर्गत छात्रों ने कक्षा में करवाई गयी मात्रा के शब्दों को उनके चित्रों के साथ मिलाया | बच्चों के शुद्ध उच्चारण पर भी ध्यान दिया गया और मात्राओं का ज्ञान विकसित कराया गया |