08-02-2019
प्रिसीडियम में बच्चों को हिंदी के अक्षर सिखाने के लिए कुछ समूह बनाये गए हैं जिनमें स्वर व व्यंजन दोनों शामिल होते हैं। प्रत्येक समूह के अंत में एक कहानी दी जाती है , जिसमें उन अक्षरों से बने शब्दों का प्रयोग किया जाता है जिन्हें बच्चे उस समूह के अंतर्गत पढ़ चुके हैं। इस कहानी का उद्देश्य बच्चों की अक्षरों पर बनी समझ को मज़बूत करना होता है । प्रिसीडियम द्वारका -६ के बच्चों ने ऐसी ही एक कहानी ‘सांप का बिल’ पढ़ी। इस कहानी की पूर्व-पठन
गतिविधि में छात्रों ने जुराब से सांप बनाना सीखा। बच्चों ने अध्यापिका के निर्देशानुसार जुराब पर कागज़ की आँखें व जीभ लगा कर सांप बनाये, फिर उन्होंने उस सांप रूपी जुराब को हाथ में पहन कर अपनेसहपाठियों के साथ खूब मस्ती की । इस प्रकार की पूर्व-पठन व पठ्नोप्रांत गतिविधियों का उद्देश्य बच्चों में कविता/कहानी की समझ को बढ़ाना व आँख-हाथ समन्वय का विकास करना होता है।